कई बार आपने ये महसूस किया होगा की पूजा करते वक्त हमारी आंखों से आंसू आने लगते है। शास्त्रों के अनुसार पूजा करते वक्त हमारी आंखों का नम होना, आंसू आना, नींद और उबासी या फिर छींक आना यह एक बहुत बड़ा रहस्य है...
आज हम आपको इसी दिलचस्प टॉपिक पर बहुत कुछ ख़ास बताने जा रहे हैं, जिसे शायद आप नहीं जानते और इसको जानना आपके लिए बेहद जरुर भी है । क्या यहीं आंसू हमारी पूजा के सफल होने का संकेत देते हैं या फिर असफल होने का।
पूजा करते समय अगर आपकी आँखों में भी आंसू आते है तो इसका क्या रहस्य है? | Tears in Eyes while puja
और तो और अगर पूजा या ध्यान करते समय अगर आपकी आँखों में आंसू आते है तो इश्वर आपको कुछ महत्वपूर्ण संकेत भी दे रहे है. तो चलिए जानते हैं आखिर पूजा करते समय हमारी आंखों से आंसू क्यों आते हैं। और इनसे मिलने वाले संकेतो के बारे में.
1- दोहरी विचारधारा का सक्रिय होना- शास्त्रों में कहा गया है कि सच्चे मन से की गई पूजा सदैव ईश्वर स्वीकार करते हैं. यदि किसी व्यक्ति को पूजा के समय जम्हाई या नींद आने लगती है तो इसका मतलब है कि उस व्यक्ति के मन में दोहरी विचारधारा सक्रिय है और उसे मन में कई तरह के विचार उमड़ रहे हैं. विचारों का अंतर्द्वंद मन को कभी चैन नहीं मिलने देता है. यदि आप किसी परेशानी में होकर भगवान की आराधना करते हैं तो आपको जम्हाई या नींद आने लगती है.
2- भगवान का आपको मिलता है कोई संकेत- शास्त्रों और पुराणों में बताया गया है कि अगर पूजा करते समय आपकी आंखों से आंसू निकल आते हैं तो आपको समझना चाहिए कि कोई ईश्वरीय शक्ति आपको कुछ संकेत दे रही है. जब आप भगवान के किसी भी रूप का ध्यान और उनकी पूजा में लीन हो जाते हैं तो इसका मतलब है कि भगवान के उस रूप के साथ आपका कनेक्शन हो गया है या कह सकते हैं कि आपके द्वारा की गई यह पूजा आराधना सफल हो गई है जो आपकी खुशी को आंसू के रूप में दिखाई देती है.
3- नकारात्मकता का होना- शास्त्रों में बताया गया है कि पूजा करते समय आंखों से आंसू आना या उबासी का एक कारण नकारात्मकता भी हो सकती है. जब कभी हमारा मन पूजा-पाठ, धार्मिक ग्रंथों और आरती में ना लगे साथ ही शरीर भारी होने लगे तो ऐसे में आपको समझना चाहिए कि कोई न कोई नेगेटिव एनर्जी आपके आसपास मौजूद है.
4- मन का साफ होना- शास्त्रों के अनुसार पूजा करते समय आंखों से आंसू आना इस बात की ओर इशारा करता है कि आपका अंतर्मन और आपकी आत्मा शुद्ध हो रही है अर्थात आपके मन से बुरे विचार दूर हो रहे हैं और आपके मन में व्याप्त बुराइयों पर आपकी जीत हो रही है.
5- मन के विचारों को प्रकट ना करना- जब किसी को पूजा करते समय आंखों में आंसू और उबासी आने लगती है तो यह वह समय होता है जब आप अपने अंदर से रोने का भाव बाहर की ओर ले आते हैं और आंखों में आंसू आने लगते हैं. इस समय आंखों में आंसू आने का मतलब है कि आपके हृदय के केंद्र में छिपे कुछ ऐसे विचार हैं जिन्हें आप सामने नहीं लाना चाहते हैं जिनके प्रकट होने से आपको दुख का एहसास होता है.
दोस्तों कमेंट में मुझे जरुर बताएगा क्या आपके साथ भी कुछ ऐसा होता है क्या पूजा करते समय...
तो दोस्तों अब शायद आप जन चुके होगे की पूजा करते समय अगर आंखों में आ जाते हैं आंसू, तो क्या है इसका रहस्य...
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